म्हारी सुन लो श्याम सरकार सभी कुछ हार के आया हु
बाबा मैं हु बड़ा लाचार तेरे दरबार में आया हु
म्हारी सुन लो श्याम सरकार सभी कुछ हार के आया हु
मैंने सुना है गिरते हुए को बाबा तुम्ही हो उठा ते
हारे हुए को बाबा तुम्ही हो जिताते
डालो रेहम नजर इक बार श्याम दातार मैं आया हु
म्हारी सुन लो श्याम सरकार सभी कुछ हार के आया हु
तकदीर अपनी रूठी हुई है छाया है गम का अँधेरा
मंजिल नही है रस्ता नही है कब होगा मेरा सवेरा
मेरी नैया है बिन पतवार फसा मजधार मैं आया हु
म्हारी सुन लो श्याम सरकार सभी कुछ हार के आया हु
सुन सुन के चर्चे लोगो से बाबा आया हु मैं तेरे दर पे
मेरी नही तो अपनी ही रख ले इतनी दया मुझपे करदे
इस पार लगाया उस पार तेरे दरबार मैं आया हु
म्हारी सुन लो श्याम सरकार सभी कुछ हार के आया हु