खेलु गी होली सांवरिया तेरे संग में,
मोहे भी रंग दे कन्हियाँ तेरे रंग में,
रंग लाल गुलाभी केसरियां न भाये ने मुझको रसियां,
रंग तेरे ही रंग में रंग दे ओ श्याम सलोने सांवरियां,
तू रंग रेज रंगीला है तेरे जैसा न और कोई,
जो जीवन भर न उत्तर सके मुझे ऐसा रंग लगा कोई,
होली की मस्ती छाई है अंग अंग में,
मोहे भी रंग दे कन्हियाँ तेरे रंग में,