तूने प्यार से जो बांसुरी भजाई सुन के राधा रानी दौड़ी चली आई,
बंसी मुझको तू कान्हा बना ले अपने होठो से मुझको गए ले,
तुने प्यार से जो बंसी भजाई
कब से कड़ी हु कान्हा तेरे ही प्यार में बीत ही जाए न जीवन तेरे इन्तजार में,
बंसी मुझको तू कान्हा बना ले अपने होठो से मुझको गए ले,
तुने प्यार से जो बंसी भजाई
जान से भी प्यारा कान्हा तू ही मेरी जान है,
ऐसे समाये दिल में तेरे एहसान है,
बंसी मुझको तू कान्हा बना ले अपने होठो से मुझको गए ले,
तुने प्यार से जो बंसी भजाई