कितना प्यारा है तू बांके बिहारी तेरे जैसा दूसरा नहीं,
लत है घुंगर वाली अख कजरारी,रे जैसा दूसरा नहीं
कितना प्यारा है तू बांके बिहारी तेरे जैसा दूसरा नहीं,
होठो पे मुस्कान गजब की उड़ जाती है नींदे सब की,
घ्याल कर गी तेरे नैनो की कटारी ,रे तेरे जैसा दूसरा नहीं
कितना प्यारा है तू बांके बिहारी तेरे जैसा दूसरा नहीं,
मन भावन है रूप ये तेरा तू है बिहारी सब कुछ मेरा,
तेरी सूरत पे मैं जाओ बलिहारी रे तेरे जैसा दूसरा नहीं
कितना प्यारा है तू बांके बिहारी तेरे जैसा दूसरा नहीं,
तेरा और न छोर है कोई तुझ जैसा और न कोई.
तेरे चरणों का विष्णु पुजारी ,रे तेरे जैसा दूसरा नहीं
कितना प्यारा है तू बांके बिहारी तेरे जैसा दूसरा नहीं,