मुरली वाले ने ऐसा कर्म कर दिया,
अब किसी के कर्म की जरुरत नही,
नैनो से नैना मिला हम उनके हो गये,
अब किसी के कर्म की जरूरत नही,
तेरे चरनो में आ गये मोहन,
आँखों से दिल में समां गये मोहन,
अब किसी और चाहत की परवाह नही,
मुरली वाले ने ऐसा कर्म कर दिया....
तेरीचाहत मेरी है दुनिया,
मेरी महोबत तुम हो कन्हिया,
अब किसी और दिलबर की चाहत नही,
मुरली वाले ने ऐसा कर्म कर दिया,
जबसे तुम्हारा दीदार पाया,
तुमको इस दिल का हाकिम बनाया,
अब किसी को दिल में इज्जात नही,
मुरली वाले ने ऐसा कर्म कर दिया,
मुखड़ा ये तेरा भा गया मोहन,
वाबरा बन में आ गया मोहन,
अब तेरे दर के बिन कोई भी घर नही,
मुरली वाले ने ऐसा कर्म कर दिया,