श्याम इस दिल में जब से तुम आए,
दिल कहीं और लगता नहीं है,
श्याम इस दिल में, श्याम इस दिल में,
श्याम इस दिल में जब से तुम आए,
दिल कहीं और लगता नहीं है………
दीन दुखियों के तुम हो सहारे,
माँ यशोदा की आँखों के तारे,
हर तरफ तुमने, हर तरफ तुमने,
हर तरफ तुमने जलवे बिखेरे,
कोई तुम जैसा दूजा नहीं है,
श्याम इस दिल में, जब से तुम आए,
दिल कहीं और लगता नहीं है………
साँवरे तेरी सूरत सुहानी,
हर अदा पे है दुनियाँ दीवानी,
तेरी मुरली में, तेरी मुरली में,
तेरी मुरली में है कैसा जादू,
एक तुमको जहाँ वहीँ है,
श्याम इस दिल में जब से तुम आए,
दिल कहीं और लगता नहीं है……
तुमको मोहन कहूँ या नंदलाला,
या कहूं गोप गोपिन का ग्वाला,
लीलाधारी हो, लीलाधारी हो,
लीलाधारी हो नटखट कन्हैया,
गउओं वाले ना तुमसा नहीं है,
श्याम इस दिल में जब से तुम आए,
दिल कहीं और लगता नहीं है………
कट गई बिंदु कठिनाई बाधा,
जो रटे कृष्ण संग राधा राधा,
कृष्ण राधा भजे, कृष्ण राधा भजे,
कृष्ण राधा भजे जग ये सारा,
कमली वाले की जय हो रही है,
श्याम इस दिल में जब से तुम आए,
दिल कहीं और लगता नहीं है………