तेरे भवन आये है माँ जरा अरदास सुनो जरा अरदास सुनो
हम दीवाने आप के आप के माँ नाम के आप के द्वारे आये है,
जब से है लगाये दरबार से लगन माँ मन में तुझको रमाये,
जरा अरदास सुनो रे,
तेरे भवन आये है माँ जरा अरदास सुनो जरा अरदास सुनो
दर्श के अभिलाषे है न ये प्यासे लेके तेरे दरबार आये है,
दर्श माँ दिखा तो ऐसे न सत्ता तो लेके पण आस आये है,
दिल में तुझको बिठाये जरा अरदास सुनो रे
जरा अरदास सुनो रे,
तेरे भवन आये है माँ जरा अरदास सुनो जरा अरदास सुनो
आप के दरबार की शोभा माँ प्यारी है,
जग में ये निराला दरबार है,
जो भी दरवारे आये न गले लगाये मिलता सब को प्यार है,
हम भी गले से लगा ले जरा अरदास सुनो रे,
तेरे भवन आये है माँ जरा अरदास सुनो जरा अरदास सुनो