माँ करुणा बरसायेगी, माँ करुणा बरसायेगी,
माँ की नज़र पड़ जायेगी, तेरी दुआ रंग लायेगी,
असुवन की तू भेंट चढ़ा -2 माँ करुणा बरसायेगी,
माँ करुणा बरसायेगी, माँ करुणा बरसायेगी....
इनकी दया से सृष्टि चले, बिन मर्ज़ी पत्ता ना हिले,
तू काहे घबराता है, माँ ही भाग्य विधाता है,
बिगड़ी तेरी बनायेंगी,
माँ करुणा बरसायेगी, माँ करुणा बरसायेगी....
कण - कण नूर समाया है, माँ का हर पल साया है,
बच्चों की तो जान है माँ, हम सब की पहचान है माँ,
हम पे ममता लुटायेगी,
माँ करुणा बरसायेगी, माँ करुणा बरसायेगी....
मत घबरा माँ के रहते, वेद पुराण यही कहते,
“रजनी” सेवादारी कर, “चौखानी” चल माँ के दर,
अपनी गोद बिठायेगी,
माँ करुणा बरसायेगी, माँ करुणा बरसायेगी....
माँ की नज़र पड़ जायेगी, तेरी दुआ रंग लायेगी,
असुवन की तू भेंट चढ़ा -2 माँ करुणा बरसायेगी,
माँ करुणा बरसायेगी, माँ करुणा बरसायेगी....