जद जद भी म्हापे आवे मुसीबत बाबा श्याम जी
आवे मुसीबत बाबा श्याम जी, आवे कोई संकट बाबा श्याम जी...
म्हे दौड़ा दौड़ा आवा हाँ थारे खाटू धाम जी ।
कलयुग मै घर-घर के माहि केवल यो ही चर्चो है,
खाटू वालो श्याम धनि ही साँचो देवे पर्चो है ।
पल भर में बनावे भगतां का सारा बिगड़ा काम जी ।
थारी मोरछड़ी को या सारी दुनिया गुणगान करे ,
मोरछड़ी कै आगे थाने झुक-झुक कर प्रणाम करे ।
या जादूगारी मुर्दा में भी फूंकै है प्राण जी ।
थारे होते म्हारो कोई बाल ना बांको कर पावे ,
सोनू थारे नाम जपां ही सारा संकट कट जावे ।
देख्यो ना कोई थारे जिसो तो देव महान जी ।
आवे मुसीबत बाबा श्याम जी, आवे कोई संकट बाबा श्याम जी ..
म्हे दौड़ा दौड़ा आवा हाँ थारे खाटू धाम जी ।
जद जद भी म्हापे आवे मुसीबत बाबा श्याम जी
आवे मुसीबत बाबा श्याम जी , आवे कोई संकट बाबा श्याम जी ..
म्हे दौड़ा दौड़ा आवा हाँ थारे खाटू धाम जी ।
म्हे तो भाग्या भाग्या आवां हाँ थारे खाटू धाम जी ।
भजन गायक - सौरभ मधुकर
भजन रचयिता - सुनील गुप्ता " सोनू "