डम डम तेरा डमरू भाजे डम डम डमरू बाजे,
तीन लोक तेरा डंका बाजे तू कैलाश विराजे,
डम डम तेरा डमरू भाजे डम डम डमरू बाजे,
भांग रूप में मेरा भोला विष का प्याला पिए,
आप हरे सारी दुनिया के ता की सारे पिए,
देव देत्ये सब थर थर कांपे जब शिव शम्भू नाचे,
डम डम तेरा डमरू भाजे डम डम डमरू बाजे,
तूने सब से प्यार किया है दुष्टो का संगार किया है,
भगति भाव से जिसने पूजा उसका बेडा पार किया है,
धन्य बना दो जीवन भोले भगतो की हर राखे,
डम डम तेरा डमरू भाजे डम डम डमरू बाजे,
विष का प्याला धारण करके नील कंठ कहलाया,
भूत संग में लेकर भोला दूल्हा बन के आया,
काँधे नाग जनेऊ साजे नंदी नाचे आगे,
डम डम तेरा डमरू भाजे डम डम डमरू बाजे,