अवध में हो रही जय-जयकार आज है राम लला आये,
आज अवध में चारो और ये भगवा रंग है छाया
राम लल्ला के आने से हर दिल ने गीत है गाया
आज कोश्याला नन्द सब के मन को है भाये,
अवध में हो रही जय-जयकार
ढोल नगाड़े ताशे भाजे और भजे मिर्धंग सीता मैया लक्षमण भैया,
हनुमत वीर संग,
बरस रही रस धार प्रेम के बादल है छाए,
अवध में हो रही जय-जयकार
राम राज अब आ गया हो गी चारो और खुशहाली,
अखियाँ तरस गई थी दर्श को आ गई आज दिवाली,
लिखे राम केश बाबा और बेटी कवी सिंह गाये,
अवध में हो रही जय-जयकार