गोपाल सूना सूना तुम बिन ये ब्रिज है सारा
आ जाओ आ भी जाओ रोता है ब्रिज ये सारा
गोपाल सूना सूना .........
सूनी हैं ब्रिज की गालिया सूना है कुञ्ज सारा
सूनी कदम्ब की डालें सूना चमन है सारा
यमुना का तट है सूना सूनी है जल की धरा
गोपाल सूना सूना .........
सूनी हैं दिल की धड़कन बिछड़ा जो श्याम प्यारा
रोती है साड़ी सखियाँ बंसी ने ऐसा मारा
राधा तेरी सिसकती बहती है अश्रु धरा
गोपाल सूना सूना .........
उद्धव मन के लाओ ज़रा श्याम सांवरे को
कहना ना चैन आता बिन श्याम जानकी को
हमें श्याम से मिला दे एहसान होगा तेरा
गोपाल सूना सूना .........
भगवन से जुड़ा है नंदू का ऐसा नाता
तेरी ज्योति के सहारे लिखता भजन है जाता
लो शरण में श्याम मुझको दे दो हमें सहारा
गोपाल सूना सूना ........