हाथ में खंडा तिरशूल लेकर निकलो अब तो महारानी,
महामारी से हमे बचालो करदो किरपा अब कल्याणी,
हाथ में खंडा तिरशूल लेकर निकलो अब तो महारानी,
डर से काँप रही है दुनिया राह समज नही आती है माँ,
हर इक मोड़ पे हम को दाती भयानक मौत डराती है,
देदो हमे सहारा माँ महामारी ने शोर मचाया संकट में माँ हर प्राणी,
बचालो माँ सम्बालो माँ,
नवरातो में बंध पड़े है मन्दिर तेरे आंबे माँ,
हर इक दुःख से हमे बचालो सोच रही क्या जगदम्बे माँ,
इन भगतो को तारो माँ,
महामारी ने सब को डराया दर से निकलो रानी माँ,
अब तो हमे बचालो माँ,
अष्ट भुजा माँ ज्योता वाली हर दुःख से हमे बचालो माँ
देश की जनता तुझको पुकारे कोई उपाए निकालो माँ,
चेहल दीवाने की जो अर्जी अब तो पढ़ लो महारानी,
अब तो हमे बचालो माँ,