देखो चलीये भगतो चड़े चलिये मेरी मैया का लगा है दरबार चलिए
देखो चलीये भगतो चड़े चलिये पहाडो पे बैठी माता शेरावालिये
मेरी मैया का रानी मैया का लगा है दरबार चलिये,
कैसी टेढ़ी मेढ़ी राहे तेरी उचा तेरा धाम है
देखो भवन निराला पर्वत उचे यही तो तेरी शान है
तेरा सब से है उचा मान बलिये
देखो चलीये भगतो चड़े.......
देखो नीचे है वान गंगा तेरे ऊपर भेरो नाथ है
देखो अर्धकवारी बीच में तेरी वही निराली बात है
जय माता दी बोलते भगतो चलिए,
देखो चलीये भगतो चड़े
मैया दूर बहुत तू बैठी फिर भी आता सब संसार है
मैया तेरी महिमा कोई न समजा लीला अपरम्पार है
तेरी चोकठ ओए जुकते शीश सब के
देखो चलीये भगतो चड़े