छाप तिलक सब छिनी रे मोसे नैना मिलायी के,
नैना मिलायी के नैना मिलायी के.....
बल बल जाऊ मै तोरे रंग रजवा,
अपने ही रंग रंग लीनी रे मोसे नैना मिलायीके,
छाप तिलक सब छिनी रे मोसे नैना मिलायीके.....
प्रेम भक्ति का मधुआ पिलाई के,
मतवारी कर दीनी रे मोसे नैना मिलायीके,
छाप तिलक सब छिनी रे मोसे नैना मिलायीके.....
हरी हरी चुड़िया गोरी गोरी बैया,
कलैइया पकड़ धर लीनी रे मोसे नैना मिलायीके,
छाप तिलक सब छिनी रे मोसे नैना मिलायीके......
श्याम नाम की मेहंदी रचयिके,
मोहे सुहागन किनी रे मोसे नैना मिलायीके,
छाप तिलक सब छिनी रे मोसे नैना मिलायीके......