मैं न जाउंगी पनघट पे श्याम
तुम्हरे संग कान्हा श्याम मुरारी भरन नही देते गगरियाँ मोरी
मैं न जाउंगी पनघट पे श्याम
पनियां भरन को निकली घर से,
बाट चलत मोहे कंकरियां मारे,
तोड़ी मोरी प्यारी गगरियाँ श्याम
मैं न जाउंगी पनघट पे श्याम
रास रचायो वृंदावन में खेलन होली रंग उडायो,
सुध विस्राई उस रंगों ली में
मैं न जाउंगी पनघट पे श्याम