सावन में कृष्ण मुरार झूला झूले कदम की ढाल,
कोयल कु के कु के गाये मनहार,
सावन में कृष्ण मुरार झूला झूले कदम की ढाल,
राधा के संग श्याम बिहारी,
झूटा देवे सखियाँ सारी,
युगल छवि पे जाऊ मैं बलिहारी,
सावन में कृष्ण मुरार झूला झूले कदम की ढाल,
झूलन की ये रुत मतवाली,
झूम रही है ढाली ढाली,
कु रही देखो कोयल काली,
सावन में कृष्ण मुरार झूला झूले कदम की ढाल,
तन मन भीगे बरसे पानी,
पुलकित हो गई राधे रानी,
हर्ष प्रभु की लीला जाए न बखानी,
सावन में कृष्ण मुरार झूला झूले कदम की ढाल,