काला काला कहे न गोरी काले बिना तने कोई न सरे
तू भी तो काले रंग पे मरे
तेरे गाल पे टिल भी जो काला
जिस पे वो शायार गीत रचे
तू भी तो काले रंग पे मरे
तेरी अखिया का काजल काला
जिसकी मार से कोई न बचे
तू भी तो काले रंग पे मरे
तेरी जुल्फों का रंग भी यो काला
जिसपे गजरा अजब सजे
तू भी तो काले रंग पे मरे
तेरी धुंगे चोटी लटके काली
नागन से कसुती मार करे
तू भी तो काले रंग पे मरे
तेरी तागड़ी का डोरा काला
जिस पे घुंगरू छम छम करे
तू भी तो काले रंग पे मरे
कमल सिंह रंग गोरा या काला
रंग गोरा राधा का ज्यदा करे
तू भी तो काले रंग पे मरे