श्री कृष्ण की विरहे में राधा है इतना रोई
यमुना को कर दी काली रोया ना इतना कोई
श्री कृष्ण की विरहे में राधा है इतना रोई
आँखों से बेहता अनसु काजल को धो रह है
छाया अँधेरा जग में ये कौन रो रहा है,
सूरज भी पड़े काले काजल जो राधा धोई
श्री कृष्ण की विरहे में राधा है इतना रोई
राधा ने अपनी नजरी जब आसमा पे डाली ,
बरसे गगन की बुँदे बारिश की काली काली
मिलने की चाहत में बरसो नही सोई
श्री कृष्ण की विरहे में राधा है इतना रोई