मुरली जो ली तूने हाथो में,
सारी सखियाँ नाचने लगी कन्हैया तेरे साथ में,
झूम रहा है वृन्दावन जो रहा है सारा मधुवन,
झूम रहे धरती सारी झूम रहा है सारा गगन,
नाचे है मोर बरसातों में,
सारी सखियाँ नाचने लगी कन्हैया तेरे साथ में,
मुरली मधुर मधुर भाजे संग संग कर राधा नाचे,
रच रचावे ब्रिज मे भारी नाच रहे है गिरधारी ,
बोले कोयलियाँ जो भागो में,
सारी सखियाँ नाचने लगी कन्हैया तेरे साथ में,
मुरली तेरी एह मोहन क्या क्या खेल रचाती है,
श्याम कहे जो सुन लेता उसको दीवाना बनाती है,
जादू है तेरी मीठी बातो में,
सारी सखियाँ नाचने लगी कन्हैया तेरे साथ में,