प्यारो लागे बड़ो प्यारो लागे बंसी वालो सांवरियां प्यारो लागे,
जब से देखि भोली सुरतियाँ दिन नहीं चैन नींद नहीं रतियाँ,
नटखट श्याम हमारो लागे,
बंसी वालो सांवरियां प्यारो लागे
मैंने ओहडी श्याम चुनरियाँ सब की लागि मोहे नजरियां,
मोहे कान्हा जगत से न्यारो लागे,
बंसी वालो सांवरियां प्यारो लागे
का से कहु मैं अपने जिया की,
चेरी हो गई श्याम पिया के ,
मन मोहन बड़ा मत वालो लागे,
बंसी वालो सांवरियां प्यारो लागे