तुझको पूजे तुझको ध्याए जय जय गऊ माता
तेरे आगे शीश निभाये जय जय गऊ माता
तेरी सेवा एसी करी जैसे करते कृष्ण कन्हियाँ.
जिनकी प्यारी इक मुरली और दूजी गैयाँ मैया
बस तेरा ही प्रेम बडाये जय जय गऊ माता
तेरे आगे शीश निभाये जय जय गऊ माता
जिस घर में हो तेरा पूजन सदा रहे खुशहाल
सुख का धन मिल जाए और वो हो जाए माला माल
आशीष तेरा हम सब पाए जय जय गऊ माता
तेरे आगे शीश निभाये जय जय गऊ माता
हर घर आंगन में हो मैया तेरा ही सत्कार
बालक बूढ़े करे सभी माँ तेरी जय जय कार
मन मंदिर तुझे बिठाए जय जय गऊ माता
तेरे आगे शीश निभाये जय जय गऊ माता