जब तेरी डोली निकाली जाएगी,
बिना महूरत के उठा ली जायेगी,
जब तेरी डोली निकाली जाएगी
इन हकीबो से कहो यु बोल कर,
करते थे दावा किताबे खोल कर,
ये दवा हरगिज न खाली जायेगी,
जब तेरी डोली निकाली जाएगी
क्या बुलो पर हो रही बुल बुल निसान,
पीछे हो माली खड़ा हो खबरदार,
मार कर गोली गिरा दी जाये गई,
जब तेरी डोली निकाली जाएगी
सिर सिकंदर का यहाँ सब कह गया,
मरते दम रुकमान भी यु कह गया,
ये घडी हरगिज न टाली जायेगी,
जब तेरी डोली निकाली जाएगी
होये गए परलोक में तेरा हिसाब,
कैसे मुकरोगे वह पर तुम जनाब,
जब वही भी तेरी खाली जायेगी गई,
जब तेरी डोली निकाली जाएगी
एह मुसाफिर क्यों पसर ता है यहाँ,
ये किराये पर मिला तुझको मकान,
मोटरी खाली करली जायेगी ,
जब तेरी डोली निकाली जाएगी