चल तू भी सर झुका ले श्री राम के दर पे चल के,
रख देंगे वो दयालु किस्मत तेरी बदल के ।
जिनके लिए जगत में तूने है धन को जोड़ा,
कोई ना साथ देगा, साथी हैं पल दो पल के ।
चल तू भी सर झुका ले...
यमराज के यहाँ से आएगा जब बुलावा,
कुछ भी ना पास होगा, रोयेगा हाथ मलके ।
चल तू भी सर झुका ले...
श्रृंगार कर के निसदिन जिस तन को है संवारा,
इक दिन यह राख होगा, आखिर चिता में जल के ।
चल तू भी सर झुका ले...