बार बार पैयाँ पडू ब्रिज की नगरियाँ पीया घुमा दीजियो रे
बिहारी लाल जी के दर्शन करा दीजियो रे
यमुना जल पान करू राधा जी को ध्यान धरु
ब्रिज की लटा भूमि पर हरि गुण गान करू
यमुना किनारे मिले संवारे सांवरियां रे पीया घुमा दीजियो रे
बिहारी लाल जी के दर्शन करा दीजियो रे
केश घाट चीर घाट काली नाग नाथो श्याम
कदम खंडी कुञ्ज गली एसो है अनोखो धाम
कुञ्ज गली राधा से मिला दे नजरियाँ पीया घुमा दीजियो रे
बिहारी लाल जी के दर्शन करा दीजियो रे
सपने में अधि रात बांसुरी की तान सुनी
ब्रिज की निराली भूमि कथा विच जान सुनी
तुम्हरे संग करते खाते बीती उमरिया पीया घुमा दीजियो रे
बिहारी लाल जी के दर्शन करा दीजियो रे
हाथ की मुन्दारियां बेचू लेकिन पिया साथ चलू
ब्रिज के करुँगी दर्शन संवारे से बात करू
प्रेमी सजनवा झलके प्रेम की गगरियाँ पीया घुमा दीजियो रे
बिहारी लाल जी के दर्शन करा दीजियो रे