कृष्ण नाम के द्वार का ताला इस चाबी से खोल
राधे राधे बोल रसना राधे राधे बोल
गोकुल ढूंढा माथुर ढूंढा मिले ना कृष्ण मुरारी
राधे राधे सुनकर पहुंचे वृन्दावन बनवारी
जिसको गाते फिर कन्हैया नाम है वो अनमोल
राधे राधे बोल रसना राधे राधे बोल
यमुना तट पर बंसीवट पर मुरली श्याम बजाएं
बंसी के हर स्वर पे मोहन राधे राधे गायें
नाम यही गए कर के तू भी जीवन में रस घोल
राधे राधे बोल रसना राधे राधे बोल
राधे राधे जप कर ऐसी सिद्धि श्याम ने पाई
जिसके बल पर भक्त जानो की भव से नाव तराई
राधे राधे गाते गाते तू भी कर किल्लोल
राधे राधे बोल रसना राधे राधे बोल