स्वर्ग से सुंदर भवन है माँ का वैष्णो ज्योतावाली,
सब जग की माँ ज्योत बनी है घर घर की दीवाली
चलो चलिये मिलके सब चले मैया के दरबार चले
जहा मन की मुरादे हो पूरी कोई रहे न उमीदे अधूरे
मैया का तुमे प्यार मिले चलो चलिये,
मैया की शरण जो आये मन ईशा फल वो पाए
चरणों में शीश निभा कर माता के दर्शन पाए
सारी दुनिया में मैया के जैसा कही न हमे प्यार मिले
चलो चलिये मिलके सब चले मैया के दरबार चले
आशा की झोली भर कर सब लौट के घर जब आये
खुशिया घर घर में सजाये जय माता की सब गाये,
सारी दुनिया में मैया के जैसा सजा है दरबार कहा
चलो चलिये मिलके सब चले मैया के दरबार चले