मेरा जीवन तेरी शरण,
मेरा जीवन तेरी शरण.......
सारे राग विराग हुए अब,
मोह सारे त्याग हुए अब,
एक यही मेरा बंधन,
मेरा जीवन तेरी शरण.......
अविरत रहा भटकता अब तक,
भटकूँ और अभी मैं कब तक,
पालूं केवल तुझको ही माँ,
एक यही मेरी है लगन,
मेरा जीवन तेरी शरण......
तेरे चरणों पर हूं अर्पण,
मेरे जीवन के गुण अवगुण,
सारी व्यथाएं दूर करो माँ,
हो सुमित मेरा नंदन,
मेरा जीवन तेरी शरण......
सारे राग विराग हुए अब,
मोह सारे त्याग हुए अब,
एक यही मेरा बंधन,
मेरा जीवन तेरी शरण.......