झुला झूले सातो बेह्नियाँ रिम झिम सी बरसात माँ
ऐसे चमके सातो बहनिया जैसे जुगनू रात माँ
झुला झूले सातो बेह्नियाँ रिम झिम सी बरसात माँ
पेहले झूले माँ काली भवानी ज्वाला झुला झुलावे
दोनों बेहनियाँ करे ठिठोली मंद मंद मुसकावे रे
झुला झूले सातो बेह्नियाँ रिम झिम सी बरसात माँ
आई बारी जब शारद की विंद वासनी झुलावे
आल हां माँ की करे आरती मन ही मन हर्शावे रे
झुला झूले सातो बेह्नियाँ रिम झिम सी बरसात माँ
वैष्णो माँ झुला झूले जब नैना देवी झुलावे
पवन चले माँ उड़े चुनरियाँ बजरंगी हरशावे रे
झुला झूले सातो बेह्नियाँ रिम झिम सी बरसात माँ
दुर्गा मैया झुला झूले भेरो डोर सम्बाले
अरे ऐसे झूले सातो बहनिया सावन मास कहावे रे
झुला झूले सातो बेह्नियाँ रिम झिम सी बरसात माँ