तर्ज:- नंद भवन में उड़ रही धूल, धूल मोहे प्यारी लगे
बरसाने में मच रही धूम खुशियां छाई हैं,
राधे रानी का जन्मदिन आया धूम मचाई है ॥
बरसाने की है पावन भूमी,
जहां पर हैं राधा जी जन्मी,
वहां रावल है एक गांव लाडो प्रगटाई है॥
बरसाने में मची रही धूम.........
भानु भवन में बजते बाजे,
इसी भवन में राधे बिराजे,
राधा नाम की जय जयकार की रट्टन लगाई है॥
बरसाने में मच रही धूम..........
कीरत मैया लाड लडावे,
भानु बाबा हीरे मोती लुटावे,
देख लाली को हुए निहाल बधाई लुटाई है॥
बरसाने मच रही धूम............
राधा जी की महिमा है न्यारी,
कृष्ण भी जिन पर जाएं बलिहारी,
"श्याम" ने भी सब के संग बधाई गाई है॥
बरसाने में मच रही धूम खुशियां छाई हैं,
राधे रानी का जन्मदिन आया धूम मचाई है ॥