तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो,
तेरे टुकड़ो पे पलता हु गुजारा हो तो ऐसा हो......
किसी को ज़माने की दौलत मिली है,
किसी को जहां की हकूमत मिली है,
मैं अपने मुकदर पे क़ुराब जाऊ,
मुझे अपने मालिक की चौखट मिली है,
तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो,
तेरे टुकड़ो पे पलता हु गुजारा हो तो ऐसा हो......
दुनिया में ना देखा मेरे श्याम जैसा,
हमे ये नाज है रहभर हमारा हो तो ऐसा हो,
तेरा दर मिल गया मुझको सहारा हो तो ऐसा हो,
तेरे टुकड़ो पे पलता हु गुजारा हो तो ऐसा हो......