सुंदर भवन सजा श्याम तेरा
भक्त ये तेरे सवार आये झोली तो भर जा
सुंदर भवन सजा श्याम तेरा
तेरी महिमा का इस जग में अजब निराला ढंग
जिस को कोई समज सका न कैसा बिरला रंग
हमे भी रंग ले श्याम धनि तू आये जीने का मजा
सुंदर भवन सजा श्याम तेरा
भाई बहिन न कोई अपना झूठा जा धंदा
मुह में राम बगल में छुरी है बोल सका न बन्दा,
चोला दिया मानुष का प्रभु की बूधी भी दे दो न
सुंदर भवन सजा श्याम तेरा
वो न हारे कभी श्याम जी जिसका आप सहारा
तेरी रहमत से श्याम जी खुश परिवार हमारा
हमे भी एसी शक्ति देदे जो गावे मंगला चार
सुंदर भवन सजा श्याम तेरा
कहे कुंडन सब झोली भर ली श्याम धनि दातार
सब को खुशिया देते श्याम जी देते छपड़ फाड़
कथनी करनी इक जो कर में भेजियो लख दातार
सुंदर भवन सजा श्याम तेरा