बाला जी के धाम में लगा अर्जी
दुःख दे या सुख देवे उनकी मर्जी
बाला जी के धाम में लगा अर्जी
सदा बाला के आगे हर संकट टले
बजरंग गधा जो घुमाए
भुत प्रेतों की दाल याहा न गले सवा मनी जो भक्त चडाये,
घुमे जो सोटा जैसे कड़के बिजली
बाला जी के धाम में लगा अर्जी
बाला भगतो के दुखड़े को सुनते सदा हर मंगल को आती हरयाली
गाते मेहंदीपुर धाम की महिमा सदा तेल पहाड़ी की सुंदर ये वाधी,
तेरे नाम जिन्दगी अब मैंने कर दी
बाला जी के धाम में लगा अर्जी