मुझको ये विस्वाश है मैया तू मेरा दुःख टाले गी
देख के मेरी आंख में आंसू मुझको गले लगा लेगी,
मेरी ज्योतावाली माँ ...
मैं क्या तुझको भेट करू अब कुछ भी मेरे पास नही,
अपने दिल से पुछ के कह दे क्या मैं तेरा दास नही,
आया हु ये सोंच के तू चरणों में मुझे बिठा लेंगी
कोई आस नही दुनिया से और दुनिया तो बेगानी है,
दर्द ही दर्द है मेरे दिल में और आँखों में पानी है,
सारे जग ने ठुकराया है तू मुझको अपना लेंगी
करुना का सागर देखा है मैंने तेरी निगाहों में,
चलते चलते हार गया हु मैं जीवन की राहो में
तू ही मुझे सहारा देगी तू ही मुझे सम्बाले गी,