माँ तेरी ममता से मीठी नहीं कोई मिठाई,
बर्फी अमृति भी खाई खाई रवड़ी मलाई,
माँ तेरी ममता से मीठी नहीं कोई मिठाई,
माँ तेरी बोली के आगे चम चम फीकी फीकी लागे,
बेगम लगे बालूशाही काजू कतली न भाई,
माँ तेरी ममता से मीठी नहीं कोई मिठाई,
खुर्जा की खुरजां भी चखी है
रस्गुलो की परात रखी है
दिल कट जलेबी न आई,
सो दफा आजमाई,
माँ तेरी ममता से मीठी नहीं कोई मिठाई,
मार में भी तैर प्यार छुपा है,
डांट में लाड दुलार छुपा है,
नैनो में करुणा छुपाई,तेरी जय हो माई
माँ तेरी ममता से मीठी नहीं कोई मिठाई,