साईं की सूरत बना के श्याम शिर्डी में आये,
देखो जी हां जी हां जी देखो जी
श्याम शिर्डी में आये,
साईं की सूरत बना के श्याम शिर्डी में आये,
वृंदावन से शिर्डी गाओ,ना जाने क्यों नंगे पाओ,
काँधे पे झोली लटका के,
श्याम शिडी में आये,
साईं की सूरत बना के श्याम शिर्डी में आये,
सुख त्यागे जागीरे छोड़ी
मोह की सब जंजीरी तोड़ी,
राधा से दामन छुड़ाके,
श्याम शिडी में आये,
साईं की सूरत बना के श्याम शिर्डी में आये,
बाँसुरिया सी मीठी बोली
सब को बना लेती हम जोली,
सब से मिले मुस्कुरा के,
श्याम शिर्डी में आये,
श्याम शिडी में आये,
साईं की सूरत बना के श्याम शिर्डी में आये,