धुन- छुप गए सारे नज़ारे
जब जब, विपदा आई, बाबा साथ आ गया,
मेरे सिर पे, साँवरिया का, हाथ आ गया
जय हो ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
दुःख ने सताया, नहीं घबराया,
साँवरा सलोना पास आया
मेरे पल पल, का यह, हिसाब करे,
सच्च मेरे, साँवरिया, सारे ख्वाब करे
जो भी लड़ने आया, वही मात खा गया ,
मेरे सिर पे, साँवरिया का, हाथ आ गया
जब जब, विपदा आई,,,,,,,,,,,,,,,,
गम की घटाएं, जो घिर घिर आएं,
साँवरे से डर डर जाएं
इनके होते, गमों का, नहीं ज़ोर चले,
गम यूँ कहते, आ जाओ, कहीं और चले
जिसने अकड़ दिखाई, इनसे लात खा गया,
मेरे सिर पे, साँवरिया का, हाथ आ गया
जब जब, विपदा आई,,,,,,,,,,,,,,,,,
दिल दे दिया है, दर्द ले लिया है,
साँवरे से प्रेम किया है l
मेरे दिल की, दवाई, मेरा श्याम करे,
पप्पू शर्मा, कमाई, तेरे नाम करे
जिसने प्रेम किया है, उसका भात खा गया,
मेरे सिर पे, साँवरिया का, हाथ आ गया
जब जब, विपदा आई,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल