मेरो मन लग्यो बरसानें में,जहां विराजे राधा रानी
मन हटयो है दुनिया दारी से,जहां मिले खारा पानी
मेरो मन....
1.मुझे दुनिया से नहीं कोई काम,मुझे दुनिया से नहीं कोई काम
मैं तो रटूं श्री राधा राधा नाम,मैं तो रटूं श्री राधा राधा नाम
दर्शंन करूं सुबह शाम,दर्शंन करूं सुबह शाम
जहां बिराजे राधा रानी,जहां बिराजे राधा रानी
मेरे मन में विराजे श्याम दीवानी,मेरे मन में विराजे श्याम दिवानी
जहां विराजे राधा रानीं,जहां बिराजे राधा रानी
मेरो मन....
2.मेरे मन में ना लागे कोई रंग,मेरे मन में ना लागे कोई रंग
मैं तो रहुं संन्तन के संग,मैं तो रहुं संन्तन के संग
मेरे मन में बढ़त उमंग,मेरे मन में बढ़त उमंग
बरसाना बृज़ की रज़धानी,बरसाना बृज़ की रज़धानी
जहां विराजे राधा रानी,जहां बिराजे राधा रानी
मेरो मन....
3.मुझे दुनिया से नहीं लेना देना,मुझे दुनिया से नहीं लेना देना,
ये जगत है इक सपना,ये जगत है इक सपना
यहां कोई नहीं अपना,यहां कोई नहीं अपना
अपनी वृषभानु दुलारी,जहां विराजे राधा रानी,
मेरो मन लग्यो बरसानें में जहां विराजे राधा रानी,
मन हटो है दुनिया दारी से,मन हटो दुनिया दारी से,
जहां मिले खरा पानी,जहां मिले खारा पानी
मेरो मन....
श्री हरिदास निष्काम संर्कींतन