काल सुता ने सपनों आयो बाबो म्हाने बुलावे,
खाटू वाले श्याम धनि मने थारी याद सतावे,
माथे पिया के चन्दन लागे शीश पे मुकट विराजे,
मोर छड़ी की महिमा भारी संकट सारे काटे,
काल सुता ने सपनों आयो बाबो म्हाने बुलावे,
गल मईया के हार गुलाभी बागो रंग बीरंगो
इतर की है महिमा भारी जाने यग जो सारो
काल सुता ने सपनों आयो बाबो म्हाने बुलावे,
खाटू माही लगी कचेहरी श्याम करे सुनवाई,
कहे रिषभ ये सुन लो बाबा हरलो विपदा भारी,
काल सुता ने सपनों आयो बाबो म्हाने बुलावे,