सारी सारी रात जागु राधा तेरी याद में,
पागल हुआ मैं राधा पेहली मुलाक़ात में
खिली मुरजाई सारी कलिया हो
एह राधा तेरी जब छन के पायलिया मीठी मीठी भाजे मुरलियां हो,
तेरे ही खावो में तेरे ख्यालो में डूबा रेहता हु मैं राधा कसम से,
डूबा रहता हु जान मेरी ये सच केहता हु
खोजू मैं दिल वाली गलियां हो
एह राधा तेरी जब छन के पायलिया मीठी मीठी भाजे मुरलियां हो,
तू ही तो जान है तू ही जहान है
छोड़ के जाउगा राधा कभी न
अच्छी लगे तेरी कान बलिया हो
एह राधा तेरी जब छन के पायलिया मीठी मीठी भाजे मुरलियां हो,