मन मिठू को राम नाम का पाठ रोज तू पडाया कर
सुबह सवेरे राम नाम की धुनी रोज रमाया कर
राम बोल के जागा कर श्री राम केह के सो जाया कर
सुबह सवेरे राम नाम की धुनी रोज रमाया कर
राम भरोसे छोड़ दे नैया बन जायेगे राम खवाईया,
धुप दुखो की है जग सारा राम सुखो की शीतल छाईया
इस छईया में बैठ के दो पल राम का ध्यान लगाया कर
सुबह सवेरे राम नाम की धुनी रोज रमाया कर
इस जीवन का सार राम है सांसो का आधार राम है
क्या तेरे क्या मेरे पगले सब के पालनहार राम है
भूल को बाती सारी बाते बात न ये बिसराया कर
सुबह सवेरे राम नाम की धुनी रोज रमाया कर