पी के राम नाम का प्याला झूमे लाल अंजनी लाला,
हो के मस्त मगन निहाल नाचे ताल पे देके ताल
वो बाला लाल लंगोटे वाला
हिरदये में श्री राम हर सांसो में राम
राम जय श्री राम जपता आठो याम
राम रंग अंग रंगा राम का ही नशा
राम धुन प्यारी लगे राम में ही बसा
सारे जग से जो निराला मेरा महावीर मतवाला
करता पल पल है ये कमाल नाचे ताल पे देके ताल
वो बाला लाल लंगोटे वाला
धरता है हुंकार जब त्रिभुवन थराए भुत प्रेत पिताश सब डर से गबराए,
चारो युग डंका बजे वीर बजरंग का
सोहे हाथो में गधा और धर्म ध्वजा
काँधे मूल जेनेयु वाला
शंकर सुवन केसरी लाला
देता सब की विपता टाल
नाचे ताल पे देकर ताल
वो बाला लाल लंगोटे वाला
चड़ता सिन्धुर लाल भोग लड्डूवन का
बोले जो जय कारे खिले कमल मन का
तीन परिकर्मा से ही होते खुश हनुमान
द्वारे पर रजनीश है गाये सदा गुणगान
अपने भगतो का रखवाला
संकट विकट है पल में टाला,
काटे भव भंदन जंजाल नाचे ताल पे देके ताल
वो बाला लाल लंगोटे वाला