मंगल मूर्ति मारुती नंदन,
सकल अमंगल मूल निकंदन,
मंगल मूर्ति मारुती नंदन,
सकल अमंगल मूल निकंदन,
पवन तनय संतन हितकारी,
पवन तनय संतन हितकारी,
ह्रदय विराजत अवध बिहारी,
ह्रदय विराजत अवध बिहारी।
जय जय जय हनुमान गोसाई,
कृपा करहु गुरुदेव की नाही,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
कृपा करहु गुरुदेव की नाही,
साधु संत के तुम रखवारे,
साधु संत के तुम रखवारे,
असुर निकंदन राम दुलारे,
असुर निकंदन राम दुलारे,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
जय जय जय हनुमान गोसाई,
जय जय जय हनुमान गोसाई......