चप्पा चप्पा लंका जले हक्के बक्के हो गए सभी,
लंकापति हाथ मले चप्पा चप्पा लंका जले,
जल गई जल गई सोने की नगरिया।
गली गली बजरंगलंका को जला दिए,
रावण के मनसूबे ख़ाक में मिला दिए,
और बोले हम तो चले चप्पा चप्पा लँका जले,
चप्पा चप्पा लँका.........
सारे ही निशाचरो को बजरंग संहारे थे,
रावण की विरो को गिन गिन के मारे थे,
मसल दिए पैरो के तले चप्पा चप्पा लँका जले,
चप्पा चप्पा लँका जले,.......