ल्यादे रे ल्यादे संजीवन बूटी ल्यादे हनुमत
तेरे सिवा कोई और नहीं मारी बिगड़ी बात बनादे
में कैया अयोध्या जाऊ कैया माँ ने मुख दिखलाऊ
जद पूछेगी माँ कटे है लक्मण साची बात बतादे
ल्यादे रे ल्यादे...
तू वीर बड़ो है भारी जाने की करो तैयारी
द्रोणगिर पे वेद बताई लक्मण ने लाई पिलादे
ल्यादे रे ल्यादे....
दिन गणो नहीं पावे आथूणो रेह जावे
इतनो सुण चल्यो पवन सूत चरणा में शीश नवाके
ल्यादे रे ल्यादे...
संजीवन हनुमत ले आया ,लक्मण को गोट पिलाया
तुलसी दास भजन कथ गाया ,मारी नैया पार लगादे
ल्यादे रे ल्यादे...