सच्ची है तेरी भक्ति, हर भक्त बताता है ।
रोता हुआ आता है, हंसता हुआ जाता है ॥
सच्ची है तेरी शक्ति, हर भक्त बताता है ।
तू भक्तों को पल पल संकट से बचाता है ॥
मुझे हर पल कष्टों ने, आ आ के घेरा था ।
मेरे जीवन् में पल पल, दुखों का डेरा था ॥
मेरे कष्टों को तूने, एक पल मैं काटा है ।
सच्ची है तेरी शक्ति, हर भक्त बताता है॥
ना नाम तेरा लेता ना काम मेरा बनता ।
ना धाम तेरे आता ना भक्त तेरा बनता ॥
ना दर तेरा मिलता ना सर मेरा झुकता ।
सच्ची है तेरी शक्ति, हर भक्त बताता है ॥
संकटमोचन तेरी कृपा बड़ी भारी है ।
दीपक की तो तुमने तकदीर संवारी है॥
तेरा नाम जो दिल से ले, उसके तू साथ रहे ।
तेरा नाम तो भक्तो की किस्मत की चाबी है ॥
सच्ची है तेरी शक्ति, हर भक्त बताता है ।
तू भक्तों को पल पल संकट से बचाता है ॥
– कुंवर दीपक