इस दुनिया कोई भी जब किसी के आगे हाथ फैलता है तो बो भिखारी ही कहलाता है
हम चाहे कितने बड़े सेठ कियो न हों हम इस के दरबार के भिखारी ही कहलायेंगे
तू भी बड़ा तो मैं भी बड़ा ,फिर कदर करे ना मेरी तू॥,
तू सेट बड़ा है तो ,मैं बड़ा भिखारी हूँ ,॥
इस दुनिंया मैं सारे पैसे बाले ही सेठ कहाते है, छूटे मोठे मांगने वाले उन के दर पे जाते है॥
मैं भी मांग के अपनी ऊँची सान घाटोउ क्यों
तू सेट बड़ा है तो मैं बड़ा भखारी ..........
कैसे दुनिंया जानेगी बाबा तेरी दातारि को
जब तक तुम ना दोगे बाबा मेरे जैसे भखारी को.॥
जल्दी से मेरी झोली भरदे करता है तू देरी क्यों
तू सेट बड़ा है तो मैं बड़ा भखारी......
सुना है मैंने बराबरी का रिस्ता निभता हर दम है
ना तो मैं लेने मैं कम हूँ ना तो देने मैं कम हूँ ॥
सूनु से तेरी खूब जमेगी देख ले कर के यारी तू
तू सेट बड़ा है तो मैं बड़ा भिखारी हूँ ........