भर दो झोली मेरे खाटू वाले ,
शीश दर पे जुकाये हुए है,
ख्वाहिशो और उमीदो की झोली तेरे दर पे फेलाये हुए है,
भर दो झोली मेरे खाटू वाले,
नाम लेके तेरा श्याम प्यारे तेरे भगतो ने जीवन सवारा,
तेरी रहमत के सुंदर नजारे सब के दिल में समाये हुए है,
भर दो झोली मेरे खाटू वाले
कारवा जिन्दगी का ऐ बाबा चल रहा है तुम्हारे सहारे,
श्याम तेरे तसल बुर की धूलि अपने सिर पे रमाये हुए है,
भर दो झोली मेरे खाटू वाले
संवारे तू बड़ा है दयालु देता भगतो को मन की मुरादे,
दो यहाँ में हुए तेरे चर्चे बड़े आज दीपक दीपांशु भी दर पे खड़े,
एह मेरे बाबा तू करदे नजरे कर्म,
आये चोखानी हम संग शरण में दर पे पलके बिछाए हुए है,
भर दो झोली मेरे खाटू वाले