सूता रे वे तो जागो नींद सूं
बाबो थोरे घरे आया ओ
कलियुग रो अवतारी बाबो असली रूप बणाया ओ
सूता रे वो तो जागो नींद सू
रूणीचा में धाम आपरो ज्यांरी लीला न्यारी ओ
मंदिरिया में बैठा बापजी लीले री असवारी ओ
सूता रे वो तो जागो नींद सू
ढोल नगारा नौबत बाजे झालर री झणकारा ओ
आरतियाँ री शोभा प्यारी झाँकी वरणी ना जावे ओ
सूता रे वो तो जागो नींद सूं
भादरवा में मेलो लागे गाँव रूणीचा माँहि ओ
दर्शण करवा दूर दूर तूं आवे नर ने नारी ओ
सूता रे वो तो जागो नींद सूं
भक्त मण्डल री अरज वीणती दुखड़ा सबरा काटो ओ
साँचा मन सूं सेवा करजो भाग जगावेला थांरा ओ
सूतारेवो तो जागो नींद सूं