माँ शेरोवाली जग से निराली सुनती है सबकी
जो भी दर पे आये मैं भी दर पे तेरे आ गया
मैं मालामाल हो गया मैं मालामाल हो गया
माँ शेरोवाली जग से निराली .................
तेरी दया से ओ मेरी मईया काम हमारा चलता है
तेरे ही सहारे से मेरी मईया परिवार मेरा पलता है
इतनी कृपा बस करना ओ मईया संग हमेश रहना ओ मईया
मुझको तेरा दर ओ मईया भा गया
मैं मालामाल हो गया मैं मालामाल हो गया
बीच भवन में नाव फांसी जब तुमने किनारे लगाया माँ
इस जग में है सबको मईया एक तेरा ही सहारा माँ
एक नज़र कृपा की कर दो झोली है खाली मेरी भर दो
माँगा जिसने तेरे दर से पा गया
मैं मालामाल हो गया मैं मालामाल हो गया